"श्री कृष्ण की जीवनी" – एक दिव्य प्रेरणादायक ग्रंथ
"श्री कृष्ण की जीवनी" एक अद्भुत ग्रंथ है जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्म, बाल लीलाओं, युवावस्था, महाभारत में उनकी भूमिका और उनके दिव्य उपदेशों को विस्तार से प्रस्तुत करता है। यह पुस्तक श्रीकृष्ण के जीवन और उनके द्वारा स्थापित धर्म के सिद्धांतों को सरल और प्रेरणादायक रूप में समझाने का कार्य करती है।
पुस्तक की मुख्य विशेषताएँ
कृष्ण जन्म और बाल लीलाएँ
- कंस के अत्याचारों के बीच भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य जन्म की कथा।
- गोकुल और वृंदावन में माखन चोरी, ग्वालबालों के साथ क्रीड़ा और पूतना वध जैसी अद्भुत लीलाएँ।
असुरों पर विजय
- श्रीकृष्ण द्वारा कालिया नाग का दमन, शकटासुर, अघासुर और बकासुर जैसे दैत्यों का वध।
- कंस के अंत और मथुरा में धर्म की स्थापना की कथा।
रासलीला और भक्ति का संदेश
- गोपियों के साथ श्रीकृष्ण की रासलीला का आध्यात्मिक और भक्तिपूर्ण अर्थ।
- राधा-कृष्ण के दिव्य प्रेम की महिमा।
युद्ध, राजनीति और धर्म स्थापना
- कृष्ण द्वारा द्वारका नगरी की स्थापना और पांडवों की सहायता।
- महाभारत युद्ध में अर्जुन को दिया गया गीता का उपदेश और कर्मयोग का संदेश।
भगवद गीता के उपदेश
- धर्म, भक्ति, ज्ञान और निष्काम कर्म का महत्व।
- जीवन में साहस, धैर्य और सत्य की आवश्यकता।