वाटिका के पत्र पुष्प (चार भाग)/ Vatika ke patra pusp (4 parts)

500.00

प्रस्तुत संग्रह में वर्तमान युग के चार महान संतों की हस्तलिखित दुर्लभ सामग्री है| श्री राधाबाबा की हस्तलिखित सामग्री यथास्थान देने का प्रयास किया गया है|सभी सामग्री उनके हस्ताक्षरों इसीलिए नहीं दी जा सकी कि वे पृष्ठ अत्यंत जीर्ण अवस्था में है| आशा है की श्रीराधाबाबा के ये वचनामृत अनंतकाल तक भक्तजनों के लिये प्रेरणाप्रद रहेंगें और भूले-भटकों को निरंतर सत्पथ प्रदर्शित करते रहेंगे|

 एक प्रेमी सज्जन की प्रेरणा से इस पुस्तक का पुन: प्रकाशन हुआ है| आशा एवं विश्वास है की प्रस्तुत संस्मरण पाठकों के लिये प्रेरणाश्रोत होगा|

Description

प्रस्तुत संग्रह में वर्तमान युग के चार महान संतों की हस्तलिखित दुर्लभ सामग्री है| श्री राधाबाबा की हस्तलिखित सामग्री यथास्थान देने का प्रयास किया गया है|सभी सामग्री उनके हस्ताक्षरों इसीलिए नहीं दी जा सकी कि वे पृष्ठ अत्यंत जीर्ण अवस्था में है| आशा है की श्रीराधाबाबा के ये वचनामृत अनंतकाल तक भक्तजनों के लिये प्रेरणाप्रद रहेंगें और भूले-भटकों को निरंतर सत्पथ प्रदर्शित करते रहेंगे|

 एक प्रेमी सज्जन की प्रेरणा से इस पुस्तक का पुन: प्रकाशन हुआ है| आशा एवं विश्वास है की प्रस्तुत संस्मरण पाठकों के लिये प्रेरणाश्रोत होगा|

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Weight 0.3 g

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