रोगों के सरल उपचार / Rogon ke Saral Upchar

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“रोगों के सरल उपचार” श्री हनुमानप्रसाद पोद्दार जी द्वारा संपादित एक लोकप्रिय एवं उपयोगी पुस्तक है, जिसका उद्देश्य है – आम जनमानस को प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति एवं घरेलू उपचारों की जानकारी देना, जिससे वे साधारण रोगों का इलाज बिना दवा-दुकानों की निर्भरता के घर पर ही कर सकें।

यह पुस्तक आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, और घरेलू नुस्खों का सरल, सुव्यवस्थित और व्यवहारिक संकलन है।


📚 मुख्य विषयवस्तु:

  • शरीर की रचना और स्वास्थ्य के सिद्धांत

  • साधारण रोगों के लक्षण, कारण और उपचार

  • घरेलू उपचार व देसी नुस्खे (बिना किसी दुष्प्रभाव के)

  • प्राकृतिक उपचार: मिट्टी, पानी, धूप, वायु द्वारा चिकित्सा

  • आहार-विहार के नियम

  • उपवास व जीवनचर्या का महत्त्व

  • योग और प्राणायाम से रोग-निवारण


🌿 पुस्तक की विशेषताएँ:

  • सरल भाषा में व्याख्या

  • ग्रामीण व शहरी दोनों पाठकों के लिए उपयोगी

  • आत्मनिर्भर और स्वावलंबी चिकित्सा ज्ञान

  • आयुर्वेदिक चिकित्सा को जनसामान्य तक पहुँचाने का उत्कृष्ट प्रयास

  • रोगों के प्रति जागरूकता और प्राकृतिक जीवनशैली को बढ़ावा


यह पुस्तक आज के युग में भी अत्यंत प्रासंगिक है, विशेषकर तब जब लोग एलोपैथिक दवाओं के दुष्प्रभावों से परेशान हैं और प्राकृतिक, स्थायी समाधान खोज रहे हैं।

Description

“रोगों के सरल उपचार” श्री हनुमानप्रसाद पोद्दार जी द्वारा संपादित एक लोकप्रिय एवं उपयोगी पुस्तक है, जिसका उद्देश्य है – आम जनमानस को प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति एवं घरेलू उपचारों की जानकारी देना, जिससे वे साधारण रोगों का इलाज बिना दवा-दुकानों की निर्भरता के घर पर ही कर सकें।

यह पुस्तक आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, और घरेलू नुस्खों का सरल, सुव्यवस्थित और व्यवहारिक संकलन है।


📚 मुख्य विषयवस्तु:

  • शरीर की रचना और स्वास्थ्य के सिद्धांत

  • साधारण रोगों के लक्षण, कारण और उपचार

  • घरेलू उपचार व देसी नुस्खे (बिना किसी दुष्प्रभाव के)

  • प्राकृतिक उपचार: मिट्टी, पानी, धूप, वायु द्वारा चिकित्सा

  • आहार-विहार के नियम

  • उपवास व जीवनचर्या का महत्त्व

  • योग और प्राणायाम से रोग-निवारण


🌿 पुस्तक की विशेषताएँ:

  • सरल भाषा में व्याख्या

  • ग्रामीण व शहरी दोनों पाठकों के लिए उपयोगी

  • आत्मनिर्भर और स्वावलंबी चिकित्सा ज्ञान

  • आयुर्वेदिक चिकित्सा को जनसामान्य तक पहुँचाने का उत्कृष्ट प्रयास

  • रोगों के प्रति जागरूकता और प्राकृतिक जीवनशैली को बढ़ावा


यह पुस्तक आज के युग में भी अत्यंत प्रासंगिक है, विशेषकर तब जब लोग एलोपैथिक दवाओं के दुष्प्रभावों से परेशान हैं और प्राकृतिक, स्थायी समाधान खोज रहे हैं।

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