अमृत के घूँट/ Amrit Ki Ghoont

40.00

“अमृत के घूँट” पूज्य श्रीरामचरण महेन्द्र जी द्वारा लिखित एक अत्यंत हृदयस्पर्शी और आत्मिक प्रेरणा से पूर्ण पुस्तक है, जिसमें उन्होंने जीवन की छोटी-छोटी बातों में छुपे हुए गूढ़ आध्यात्मिक संदेशों को सरल, मीठी भाषा में प्रस्तुत किया है।

यह पुस्तक पाठक को आत्मनिरीक्षण, सद्विचार, और ईश्वर की ओर अग्रसर करने वाली होती है। इसका पठन ऐसा अनुभव कराता है, मानो हर शब्द ईश्वरीय अमृत के समान हो, जो आत्मा को शांति और संतुलन प्रदान करता है।


मुख्य विशेषताएँ

  1. सरल पर प्रभावशाली शैली:
    श्रीरामचरण महेन्द्र जी की लेखनी में कोई भारी तत्त्वज्ञान नहीं, बल्कि ऐसा मधुर भाव होता है, जो सीधे हृदय को छू जाता है।

  2. संवादात्मक शैली:
    कई प्रसंग ऐसे हैं जो पाठक और आत्मा के बीच संवाद जैसा प्रतीत होते हैं — जैसे गुरु और शिष्य की बातचीत।

  3. आध्यात्मिक जीवन की झलकियाँ:
    जीवन में त्याग, सेवा, भक्ति, सत्य, संयम और संतोष का महत्व सहज भाषा में बताया गया है।

  4. प्रसंग और दृष्टांत:
    पुस्तक में कई छोटे-छोटे प्रसंग, दृष्टांत या विचार-मोती हैं, जो आत्मविकास में सहायक हैं।


🌺 कुछ प्रमुख विषय (अध्याय या भाव):

  • मन को वश में कैसे करें?

  • ईश्वर की स्मृति में रहना क्या होता है?

  • सेवा का सही अर्थ क्या है?

  • आत्मा और शरीर का संबंध

  • लोभ-मोह से मुक्ति का मार्ग

  • प्रभु की प्राप्ति का सरल उपाय

  • संतों की संगति का प्रभाव


🧘‍♂️ क्यों पढ़ें यह पुस्तक?

  • यदि आप चाहते हैं मन की शांति,

  • जीवन में सकारात्मक सोच,

  • भक्ति और आत्मा का पोषण,

  • तो यह पुस्तक आपके लिए अमृत-घूँट की तरह है।

यह पुस्तक छोटे आकार में गहरी साधना का मार्ग बताती है, और प्रतिदिन एक पृष्ठ पढ़ना भी आत्मा के लिए अमृततुल्य है।

Description

“अमृत के घूँट” पूज्य श्रीरामचरण महेन्द्र जी द्वारा लिखित एक अत्यंत हृदयस्पर्शी और आत्मिक प्रेरणा से पूर्ण पुस्तक है, जिसमें उन्होंने जीवन की छोटी-छोटी बातों में छुपे हुए गूढ़ आध्यात्मिक संदेशों को सरल, मीठी भाषा में प्रस्तुत किया है।

यह पुस्तक पाठक को आत्मनिरीक्षण, सद्विचार, और ईश्वर की ओर अग्रसर करने वाली होती है। इसका पठन ऐसा अनुभव कराता है, मानो हर शब्द ईश्वरीय अमृत के समान हो, जो आत्मा को शांति और संतुलन प्रदान करता है।


मुख्य विशेषताएँ

  1. सरल पर प्रभावशाली शैली:
    श्रीरामचरण महेन्द्र जी की लेखनी में कोई भारी तत्त्वज्ञान नहीं, बल्कि ऐसा मधुर भाव होता है, जो सीधे हृदय को छू जाता है।

  2. संवादात्मक शैली:
    कई प्रसंग ऐसे हैं जो पाठक और आत्मा के बीच संवाद जैसा प्रतीत होते हैं — जैसे गुरु और शिष्य की बातचीत।

  3. आध्यात्मिक जीवन की झलकियाँ:
    जीवन में त्याग, सेवा, भक्ति, सत्य, संयम और संतोष का महत्व सहज भाषा में बताया गया है।

  4. प्रसंग और दृष्टांत:
    पुस्तक में कई छोटे-छोटे प्रसंग, दृष्टांत या विचार-मोती हैं, जो आत्मविकास में सहायक हैं।


🌺 कुछ प्रमुख विषय (अध्याय या भाव):

  • मन को वश में कैसे करें?

  • ईश्वर की स्मृति में रहना क्या होता है?

  • सेवा का सही अर्थ क्या है?

  • आत्मा और शरीर का संबंध

  • लोभ-मोह से मुक्ति का मार्ग

  • प्रभु की प्राप्ति का सरल उपाय

  • संतों की संगति का प्रभाव


🧘‍♂️ क्यों पढ़ें यह पुस्तक?

  • यदि आप चाहते हैं मन की शांति,

  • जीवन में सकारात्मक सोच,

  • भक्ति और आत्मा का पोषण,

  • तो यह पुस्तक आपके लिए अमृत-घूँट की तरह है।

यह पुस्तक छोटे आकार में गहरी साधना का मार्ग बताती है, और प्रतिदिन एक पृष्ठ पढ़ना भी आत्मा के लिए अमृततुल्य है।

Additional information

Weight 0.2 g

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