Description
रसिक अनन्य साहित्य सौरभ
श्री स्वामी हरिदास जी को श्री श्यामा श्याम की प्राण सखी श्री ललिता जी का अवतार मन जाता है उच्चकोटि के रसिक और आचार्य के रूप में उनकी धाक थी की लोग उन्हें उनके जीवन काल में ही रसिक अनन्य नृपति कहने लगे थे
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.
Reviews
There are no reviews yet.