भक्त सरोज/ Bhakt Saroj

30.00

“भक्त सरोज” गीताप्रेस द्वारा प्रकाशित एक अत्यंत लोकप्रिय धार्मिक पुस्तक है, जो उन श्रद्धालु पाठकों के लिए समर्पित है जो महान भारतीय संतों और भक्तों के जीवन से प्रेरणा प्राप्त करना चाहते हैं। यह पुस्तक संक्षिप्त भक्त चरित माला की बारहवीं कड़ी है, जिसमें अनेक भक्ति परंपरा के महान पुरुषों के जीवन, आचरण, संघर्ष, और ईश्वर-प्रेम की गाथाएँ संक्षेप में, किन्तु अत्यंत मार्मिक शैली में प्रस्तुत की गई हैं।

इस पुस्तक का नाम “भक्त सरोज प्रतीकात्मक रूप में चुना गया है। “सरोज” का अर्थ है कमल — यह दर्शाता है कि जैसे कमल कीचड़ में रहकर भी सुंदरता और पवित्रता का प्रतीक होता है, वैसे ही ये भक्त संसार रूपी कीचड़ में रहते हुए भी ईश्वर-भक्ति में लीन रहते हैं और जगत को सुगंधित करते हैं।


🌼 पुस्तक की प्रमुख विशेषताएँ:

  1. भक्तों की लघु जीवनियाँ:
    पुस्तक में अनेक प्रसिद्ध भक्तों जैसे ध्रुव, प्रह्लाद, मीरा, तुलसीदास, नरसी मेहता, आदि की लघु जीवनियाँ दी गई हैं। इनके जीवन से पाठकों को यह सीख मिलती है कि सच्ची भक्ति में जाति, धन, अवस्था या कोई सामाजिक पद नहीं देखा जाता — केवल श्रद्धा, प्रेम और समर्पण देखा जाता है।

  2. आध्यात्मिक प्रेरणा:
    ये चरित्र केवल ऐतिहासिक जानकारी नहीं देते, बल्कि उनमें छिपी नैतिक और आध्यात्मिक शिक्षा आज के पाठकों को आत्म-परिष्कार और ईश्वर की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा देती है।

  3. सरल एवं सहज भाषा:
    गीताप्रेस की परंपरा के अनुसार भाषा अत्यंत सरल, सहज और प्रवाहपूर्ण है ताकि हर आयु वर्ग के पाठक इन कथाओं को पढ़कर लाभ उठा सकें।

  4. चित्रों से सुसज्जित:
    पुस्तक में सुंदर चित्रों का भी समावेश है, जो विशेष रूप से बच्चों और किशोरों को आकर्षित करते हैं तथा कथाओं की समझ को और सरल बनाते हैं।

  5. संस्कार-प्रधान शिक्षा:
    यह पुस्तक आधुनिक समय में भी माता-पिता, अध्यापक, और संस्कारशील समाज के लिए एक उत्तम साधन है जिससे नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति, भक्ति परंपरा और धर्म की मूल भावना से जोड़ने में सहायता मिलती है।


🙏 पुस्तक का उद्देश्य:

गीताप्रेस द्वारा यह पुस्तक प्रकाशित करने का मुख्य उद्देश्य केवल साहित्य देना नहीं है, बल्कि धर्म-प्रचार, नैतिकता का संवर्धन, और लोक-कल्याण के लिए सरल माध्यम प्रस्तुत करना है। “भक्त सरोज” एक ऐसा ग्रंथ है जो छोटे आकार में महान विचारों और जीवन-दर्शन को समेटे हुए है।


🪔 पाठकों के लिए सन्देश:

यदि आप ऐसे ग्रंथों की खोज में हैं जो आपको न केवल आध्यात्मिक मार्ग दिखाएँ, बल्कि आपको आत्म-शुद्धि, आचरण में सुधार और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण दें — तो “भक्त सरोज” अवश्य पढ़ें। यह पुस्तक आपके हृदय में भक्ति का दीप प्रज्वलित करेगी।

Description

“भक्त सरोज” गीताप्रेस द्वारा प्रकाशित एक अत्यंत लोकप्रिय धार्मिक पुस्तक है, जो उन श्रद्धालु पाठकों के लिए समर्पित है जो महान भारतीय संतों और भक्तों के जीवन से प्रेरणा प्राप्त करना चाहते हैं। यह पुस्तक संक्षिप्त भक्त चरित माला की बारहवीं कड़ी है, जिसमें अनेक भक्ति परंपरा के महान पुरुषों के जीवन, आचरण, संघर्ष, और ईश्वर-प्रेम की गाथाएँ संक्षेप में, किन्तु अत्यंत मार्मिक शैली में प्रस्तुत की गई हैं।

इस पुस्तक का नाम “भक्त सरोज प्रतीकात्मक रूप में चुना गया है। “सरोज” का अर्थ है कमल — यह दर्शाता है कि जैसे कमल कीचड़ में रहकर भी सुंदरता और पवित्रता का प्रतीक होता है, वैसे ही ये भक्त संसार रूपी कीचड़ में रहते हुए भी ईश्वर-भक्ति में लीन रहते हैं और जगत को सुगंधित करते हैं।


🌼 पुस्तक की प्रमुख विशेषताएँ:

  1. भक्तों की लघु जीवनियाँ:
    पुस्तक में अनेक प्रसिद्ध भक्तों जैसे ध्रुव, प्रह्लाद, मीरा, तुलसीदास, नरसी मेहता, आदि की लघु जीवनियाँ दी गई हैं। इनके जीवन से पाठकों को यह सीख मिलती है कि सच्ची भक्ति में जाति, धन, अवस्था या कोई सामाजिक पद नहीं देखा जाता — केवल श्रद्धा, प्रेम और समर्पण देखा जाता है।

  2. आध्यात्मिक प्रेरणा:
    ये चरित्र केवल ऐतिहासिक जानकारी नहीं देते, बल्कि उनमें छिपी नैतिक और आध्यात्मिक शिक्षा आज के पाठकों को आत्म-परिष्कार और ईश्वर की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा देती है।

  3. सरल एवं सहज भाषा:
    गीताप्रेस की परंपरा के अनुसार भाषा अत्यंत सरल, सहज और प्रवाहपूर्ण है ताकि हर आयु वर्ग के पाठक इन कथाओं को पढ़कर लाभ उठा सकें।

  4. चित्रों से सुसज्जित:
    पुस्तक में सुंदर चित्रों का भी समावेश है, जो विशेष रूप से बच्चों और किशोरों को आकर्षित करते हैं तथा कथाओं की समझ को और सरल बनाते हैं।

  5. संस्कार-प्रधान शिक्षा:
    यह पुस्तक आधुनिक समय में भी माता-पिता, अध्यापक, और संस्कारशील समाज के लिए एक उत्तम साधन है जिससे नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति, भक्ति परंपरा और धर्म की मूल भावना से जोड़ने में सहायता मिलती है।


🙏 पुस्तक का उद्देश्य:

गीताप्रेस द्वारा यह पुस्तक प्रकाशित करने का मुख्य उद्देश्य केवल साहित्य देना नहीं है, बल्कि धर्म-प्रचार, नैतिकता का संवर्धन, और लोक-कल्याण के लिए सरल माध्यम प्रस्तुत करना है। “भक्त सरोज” एक ऐसा ग्रंथ है जो छोटे आकार में महान विचारों और जीवन-दर्शन को समेटे हुए है।


🪔 पाठकों के लिए सन्देश:

यदि आप ऐसे ग्रंथों की खोज में हैं जो आपको न केवल आध्यात्मिक मार्ग दिखाएँ, बल्कि आपको आत्म-शुद्धि, आचरण में सुधार और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण दें — तो “भक्त सरोज” अवश्य पढ़ें। यह पुस्तक आपके हृदय में भक्ति का दीप प्रज्वलित करेगी।

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