Description
यह पुस्तक स्वामी श्री रामसुखदास जी महाराज द्वारा लिखित दो पुस्तकों “ज्ञान केे दीप जले”, “सत्संग के फूल” का संकलन है, जो गीताप्रस से प्रकाशित हुई है। इसमें परमात्माप्रिया के कई बोधगम्य उपायों को सरल भाषा में अत्यंत संवेदनशील व्याख्या दी गई है। यह पाठ प्रत्येक देश, संस्कृति, भाषा और संप्रदाय के साधकों के लिए उपयोगी और मार्गदर्शक सामग्री के साथ है।
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