सत्संग की विलक्षणता/ Satsang ki Bilakshyanta

15.00

यह पुस्तक स्वामी रामसुखदास जी के प्रवचनों का संग्रह रूप है । जब स्वामी रामसुखदास जी  सत्संगकार्यक्रम के लिए किसी क्षेत्र में बुलाये जाते थे तो वहाँ  संतमत सत्संग का प्रवचन होता था । संतमत सत्संग के विषयों पर किए गए उन प्रवचनों को  निकाल -निकाल कर लिपिबद्ध कर लिया गया। श्रद्धालुओं के प्रेरणा से आज वही प्रवचन संग्रह पुस्तक रूप में पाठकों के बीच छोटी सी भेंट प्रस्तुत की जा रही है । प्रस्तुत पुस्तक के पूर्व भी कई रचना प्रकाशित हो चुकी है  कर्मफल , संसार की नश्वरता , ज्योति और शब्द की खोज । आदि महत्वपूर्ण लोक परलोक उपकारक विषयों पर दिए गए आध्यात्मिक प्रवचन इस पुस्तक में प्रकाशित है 

Description

यह पुस्तक स्वामी रामसुखदास जी के प्रवचनों का संग्रह रूप है । जब स्वामी रामसुखदास जी  सत्संगकार्यक्रम के लिए किसी क्षेत्र में बुलाये जाते थे तो वहाँ  संतमत सत्संग का प्रवचन होता था । संतमत सत्संग के विषयों पर किए गए उन प्रवचनों को  निकाल -निकाल कर लिपिबद्ध कर लिया गया। श्रद्धालुओं के प्रेरणा से आज वही प्रवचन संग्रह पुस्तक रूप में पाठकों के बीच छोटी सी भेंट प्रस्तुत की जा रही है । प्रस्तुत पुस्तक के पूर्व भी कई रचना प्रकाशित हो चुकी है  कर्मफल , संसार की नश्वरता , ज्योति और शब्द की खोज । आदि महत्वपूर्ण लोक परलोक उपकारक विषयों पर दिए गए आध्यात्मिक प्रवचन इस पुस्तक में प्रकाशित है 

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Weight 0.3 g

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