Description
श्रीरामचिन्तन (Shri Ram Chintan) भगवान् श्रीराम साक्षात् परब्रह्म हैं। निराकार, अखिलात्मन, अविनाशीतत्त्व- परमात्मा ही लोक, वेद तथा धर्मकी रक्षाके लिये मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामके रूपमें अवतीर्ण हुए। बिप्र धेनु सुर संत हित लीन्ह मनुज अवतार। ‘जगनिवास प्रभु प्रगटे अखिल लोक बिश्राम।
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