Description
‘धर्म एवं हतो हन्ति धर्मो रक्षतिः’ ऐसा हमारे शास्त्रों का कहना है | अत: संसार में हर एक प्राणियों को धर्म की रक्षा करना अत्यन्त आवश्यक मन गया है | हमारे वैष्णव समाज का सर्व प्रधान ग्रन्थ ” श्री राम पटल ”है | जो भी प्राणी वैष्णव समाज में प्रविष्ट होता है उसे सर्प्रथम श्री राम पटल की शिक्षा दी जाती है | राम पटल की शिक्षा ग्रहण करके ही तथा उसके अनुकूल आचरण करने वाले संत महात्मा लोग टकसरी महात्मा कहे जाते है | बिना राम पटल की शिक्षा ग्रहण किये हुए उन्हें न तो वैष्णव मत सम्बन्धी किसी प्रकार का ज्ञान प्राप्त होता है और न वे संत समाज में ही पूजे जाते हैं |
Additional information
Weight | 0.2 kg |
---|
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.
Reviews
There are no reviews yet.