Description
प्रस्तुत पुस्तक रहस्यमय प्रवचन तत्त्वज्ञ मनीषी तथा आध्यात्मिक चेतना पुरुष एवं (कल्याण के माध्यमसे अपने आध्यात्मिक विचारपूर्ण लेखोंद्वारा) आप सबके सुपरिचित ब्रह्मलीन परम श्रद्धेय श्रीजयदयालजी गोयन्दकाके कतिपय अप्रकाशित प्रेरणाप्रद पुराने प्रवचनोंका संकलन है, जिन्हें लिपिबद्ध करके लेखरूपमें छापा गया है । इसके लिये बहुत समयसे अनेक श्रद्धालु तथा प्रेमीजनोंका विशेष प्रेमाग्रह था । भगवत्प्रेरणानुसार इसे अब सर्वजनहिताय आप सबकी सेवामें प्रस्तुत करते हुए हम सात्विक आनन्द एवं कृतकार्यता अनुभव कर रहे हैं ।
यह लेख संग्रह जीवन्मुक्त मनीषीद्वारा अभिव्यक्त अनेक लौकिक तथा पारलौकिक (आध्यात्मिक) विषयोंपर सरल, सुबोध भाषामें शास्त्रानुमोदित स्वानुभूत उन विचारों और सिद्धान्तोंका दिग्दर्शन है, जिसे उन्होंने समय समयपर जनहितार्थ अपने प्रवचनोंके माध्यमसे उद्घाटित किया था । हमें विश्वास है कि सभी श्रद्धालु, ईश्वरविश्वासी, आस्तिक महानुभावों एवं कल्याणकामी सत्पुरुषोंके लिये इसकी प्रेरणाप्रद बातें उपयोगी मार्ग दर्शक सिद्ध हो सकती हैं । अतएव सभीसे हमारा यह सादर विनम्र अनुरोध है कि वे इसे एक बार अवश्य पढ़ें और दूसरोंको भी पढ़नेके लिये प्रेरित करके सद्भावोंके प्रचार प्रसारमें सहायक बनें । अधिकाधिक लोगोंको विशेष लाभ उठाकर पुस्तककी उपयोगिता अवश्य सिद्ध करनी चाहिये ।
Additional information
Weight | 0.3 kg |
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