Description
शंंकर जी सौम्य आकृति एवं रौद्ररूप दोनों के लिए विख्यात हैं। अन्य देवों से माना गया है। सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति एवं संहार के अधिपति शिव हैं। त्रिदेवों में भगवान शिव संहार के देवता माने गए हैं। शिव अनादि तथा सृष्टि प्रक्रिया के आदि स्रोत हैं और यह काल महाकाल ही ज्योतिषशास्त्र के आधार हैं। शिव का अर्थ यद्यपि कल्याणकारी माना गया है, लेकिन वे हमेशा लय एवं प्रलय दोनों को अपने अधीन किए हुए हैं।
विश्वासपूर्वक प्रार्थना करते ही, स्मरण करते ही भगवान् तुम्हे अपनाने के लिये तैयार हैं | उनका अमल प्रकाश तुम्हारे जीवन पथ को सर्वदा प्रकाशित कर देगा और तुम सहज ही उनके मधुर मनोहर मुस्कान भरे मुखड़े को देखकर निहाल हो जाओगे |
“भगवान सदा तुम्हारे साथ है” बहुत सुंदर पुस्तक आपकेपढनेे के योग्य हैै।.
यह दुसरे भाग का निवेदन है इसी निवेदन के साथ यह तीसरा भाग प्रकाशित हो रहा है।
Additional information
Weight | 0.2 g |
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