भगवान्नाम और प्राथना के चमत्कार/ Bhagbnnam our prarthna ke chamatkar

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“भगवान् नाम और प्रार्थना के चमत्कार” एक अनुपम आध्यात्मिक कृति है, जो हमें यह समझाने का प्रयास करती है कि भगवान के नाम का स्मरण और सच्चे मन से की गई प्रार्थना में कितनी अपार शक्ति होती है। यह पुस्तक न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत प्रभावशाली है। लेखक हनुमानप्रसाद पोद्दार जी ने इसमें ऐसे अनेक प्रेरणास्पद प्रसंगों और घटनाओं का वर्णन किया है, जो यह सिद्ध करते हैं कि कठिन से कठिन परिस्थिति में भी यदि मनुष्य श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान का नाम लेता है, तो वह संकट से अवश्य मुक्त होता है।

यह पुस्तक भगवद्भक्ति और भगवान के प्रति आस्था को दृढ़ करने वाली है। इसमें राम नाम की महिमा, हनुमान जी की कृपा, और अन्य देवी-देवताओं के चमत्कारों से जुड़े ऐसे प्रसंगों को स्थान दिया गया है, जो सत्य घटनाओं पर आधारित हैं। ये घटनाएँ विभिन्न भक्तों के जीवन से ली गई हैं, जिन्होंने संकट में पड़े होने पर केवल भगवान का नाम लिया और चमत्कारी रूप से उनके कष्ट दूर हो गए।

मुख्य विषयवस्तु और विशेषताएँ:

  • रामनाम की शक्ति: पुस्तक का एक केंद्रीय विषय भगवान राम के नाम का महत्व है। यह नाम केवल उच्चारण नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक ऊर्जा है जो मन, वचन और कर्म को पवित्र बनाता है।

  • प्रार्थना का चमत्कार: सच्चे मन से की गई प्रार्थना कैसे ईश्वर को आकर्षित करती है और कैसे वह साधारण भक्तों की भी पुकार सुनते हैं – यह इस पुस्तक का मुख्य संदेश है।

  • चमत्कारी घटनाएँ: पुस्तक में दर्जनों सत्य घटनाएँ दी गई हैं, जिनमें लोगों की श्रद्धा, भक्ति और संकल्प के चलते जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन आए। चाहे वह रोग से मुक्ति हो, संकट से उबरना हो, या मानसिक शांति प्राप्त करना – सभी में भगवान के नाम और प्रार्थना की महिमा झलकती है।

  • भक्तों की कथाएँ: तुलसीदास, मीरा, भक्त ध्रुव, प्रह्लाद आदि महान भक्तों के जीवन प्रसंगों के साथ-साथ साधारण व्यक्तियों के अनुभव भी हैं, जो समान रूप से प्रेरक हैं।

  • भाषा और शैली: यह पुस्तक अत्यंत सरल, सरस और भावनापूर्ण भाषा में लिखी गई है, जिससे हर पाठक, चाहे वह किसी भी उम्र या पृष्ठभूमि से हो, आत्मिक रूप से जुड़ जाता है।

उद्देश्य:

इस पुस्तक का उद्देश्य केवल चमत्कार दिखाना नहीं, बल्कि यह है कि लोगों में ईश्वर के प्रति विश्वास जागे, वे नियमित नाम-स्मरण करें, और जीवन में शांति, धैर्य तथा आत्मबल प्राप्त करें। यह बताती है कि सच्चा भक्त वही है जो हर परिस्थिति में भगवान को याद करता है, उनके नाम का स्मरण करता है और कर्मपथ पर अडिग रहता है।


पाठकों के लिए संदेश:

“भगवान नाम और प्रार्थना के चमत्कार” न केवल भक्तों के लिए बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए अमूल्य रचना है जो जीवन में किसी न किसी संकट से गुजर रहा है और समाधान की तलाश में है। यह पुस्तक यह विश्वास देती है कि अगर श्रद्धा है, विश्वास है और मन में भक्ति की लौ जलती है, तो ईश्वर अवश्य सहायता करते हैं।

Description

“भगवान् नाम और प्रार्थना के चमत्कार” एक अनुपम आध्यात्मिक कृति है, जो हमें यह समझाने का प्रयास करती है कि भगवान के नाम का स्मरण और सच्चे मन से की गई प्रार्थना में कितनी अपार शक्ति होती है। यह पुस्तक न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत प्रभावशाली है। लेखक हनुमानप्रसाद पोद्दार जी ने इसमें ऐसे अनेक प्रेरणास्पद प्रसंगों और घटनाओं का वर्णन किया है, जो यह सिद्ध करते हैं कि कठिन से कठिन परिस्थिति में भी यदि मनुष्य श्रद्धा और विश्वास के साथ भगवान का नाम लेता है, तो वह संकट से अवश्य मुक्त होता है।

यह पुस्तक भगवद्भक्ति और भगवान के प्रति आस्था को दृढ़ करने वाली है। इसमें राम नाम की महिमा, हनुमान जी की कृपा, और अन्य देवी-देवताओं के चमत्कारों से जुड़े ऐसे प्रसंगों को स्थान दिया गया है, जो सत्य घटनाओं पर आधारित हैं। ये घटनाएँ विभिन्न भक्तों के जीवन से ली गई हैं, जिन्होंने संकट में पड़े होने पर केवल भगवान का नाम लिया और चमत्कारी रूप से उनके कष्ट दूर हो गए।

मुख्य विषयवस्तु और विशेषताएँ:

  • रामनाम की शक्ति: पुस्तक का एक केंद्रीय विषय भगवान राम के नाम का महत्व है। यह नाम केवल उच्चारण नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक ऊर्जा है जो मन, वचन और कर्म को पवित्र बनाता है।

  • प्रार्थना का चमत्कार: सच्चे मन से की गई प्रार्थना कैसे ईश्वर को आकर्षित करती है और कैसे वह साधारण भक्तों की भी पुकार सुनते हैं – यह इस पुस्तक का मुख्य संदेश है।

  • चमत्कारी घटनाएँ: पुस्तक में दर्जनों सत्य घटनाएँ दी गई हैं, जिनमें लोगों की श्रद्धा, भक्ति और संकल्प के चलते जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन आए। चाहे वह रोग से मुक्ति हो, संकट से उबरना हो, या मानसिक शांति प्राप्त करना – सभी में भगवान के नाम और प्रार्थना की महिमा झलकती है।

  • भक्तों की कथाएँ: तुलसीदास, मीरा, भक्त ध्रुव, प्रह्लाद आदि महान भक्तों के जीवन प्रसंगों के साथ-साथ साधारण व्यक्तियों के अनुभव भी हैं, जो समान रूप से प्रेरक हैं।

  • भाषा और शैली: यह पुस्तक अत्यंत सरल, सरस और भावनापूर्ण भाषा में लिखी गई है, जिससे हर पाठक, चाहे वह किसी भी उम्र या पृष्ठभूमि से हो, आत्मिक रूप से जुड़ जाता है।

उद्देश्य:

इस पुस्तक का उद्देश्य केवल चमत्कार दिखाना नहीं, बल्कि यह है कि लोगों में ईश्वर के प्रति विश्वास जागे, वे नियमित नाम-स्मरण करें, और जीवन में शांति, धैर्य तथा आत्मबल प्राप्त करें। यह बताती है कि सच्चा भक्त वही है जो हर परिस्थिति में भगवान को याद करता है, उनके नाम का स्मरण करता है और कर्मपथ पर अडिग रहता है।


पाठकों के लिए संदेश:

“भगवान नाम और प्रार्थना के चमत्कार” न केवल भक्तों के लिए बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए अमूल्य रचना है जो जीवन में किसी न किसी संकट से गुजर रहा है और समाधान की तलाश में है। यह पुस्तक यह विश्वास देती है कि अगर श्रद्धा है, विश्वास है और मन में भक्ति की लौ जलती है, तो ईश्वर अवश्य सहायता करते हैं।

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Weight 0.3 g

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