बृज के भजन/ Braj ke Bhajan

160.00

ब्रज में भगवान कृष्ण ने जन्म लिया था जिस कारण से उस क्षेत्र में कृष्ण-भक्ति
कामाहौल बना रहता है, वहां के लोगों की दिनचर्या में कृष्ण यूं शामिल हैं जैसे
वह उन लोगों के साथ ही उठते-बैठते हों। वहां लोग पद गाते हैं जो इसी तरह
की भक्ति और कृष्ण-लीला में रमे हुए होते हैं। बृज मेंं गायेे जाने वाले भजन
गीत,गजल,सवैया,रासलीलाऔ के पद,अष्टयाम लीला, आरती, आदि का संग्रह
इस पुस्तक मेें प्रस्तुत हैं।

Description

ब्रज में भगवान कृष्ण ने जन्म लिया था जिस कारण से उस क्षेत्र में कृष्ण-भक्ति
कामाहौल बना रहता है, वहां के लोगों की दिनचर्या में कृष्ण यूं शामिल हैं जैसे
वह उन लोगों के साथ ही उठते-बैठते हों। वहां लोग पद गाते हैं जो इसी तरह
की भक्ति और कृष्ण-लीला में रमे हुए होते हैं। बृज मेंं गायेे जाने वाले भजन
गीत,गजल,सवैया,रासलीलाऔ के पद,अष्टयाम लीला, आरती, आदि का संग्रह
इस पुस्तक मेें प्रस्तुत हैं।

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