Description
बालकों को शिष्टाचार, स्वाध्याय और सेवा की शिक्षा प्रदान करने वाली एक अद्भुत पुस्तक।
अनुशासन का आधार प्रेम तथा कोमलता होना चाहिए न कि कठोरता, क्रूरता, क्रोध एवं अहंकार। हमारा ध्येय बच्चों को सुधारना नहीं, बनाना है और बच्चे प्रेम और प्रोत्साहन से बनते हैं न कि मार पीट से। बच्चों को बुरी आदतों से बचाने के लिए स्वयं आदर्श बनें।
Additional information
Weight | 0.3 kg |
---|
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.
Reviews
There are no reviews yet.