नैवेद्य/ Naivedya

40.00

यह पुस्तक श्री हनुमानप्रसाद पोद्दार (भाईजी) द्वारा विभिन्न उपदेशात्मक विषयों जैसे कि आह्वान, चेतावनी, पवित्र संगति, शास्त्रों का अध्ययन, आत्म-अनुशासन, कठोर तपस्या, मोहक, पवित्र महिलाओं की महिमा, एकल-दिमाग पर रचित शानदार लेखों का संग्रह है। श्री रुक्मिणी की भक्ति, गुरु और शिष्य के बीच संवाद, कैकेयी और कुंती के गुणी चरित्र आदि।

Description

यह पुस्तक श्री हनुमानप्रसाद पोद्दार (भाईजी) द्वारा विभिन्न उपदेशात्मक विषयों जैसे कि आह्वान, चेतावनी, पवित्र संगति, शास्त्रों का अध्ययन, आत्म-अनुशासन, कठोर तपस्या, मोहक, पवित्र महिलाओं की महिमा, एकल-दिमाग पर रचित शानदार लेखों का संग्रह है। श्री रुक्मिणी की भक्ति, गुरु और शिष्य के बीच संवाद, कैकेयी और कुंती के गुणी चरित्र आदि।

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Weight 0.2 g

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