Description
“जैसा बीज वैसा फल” एक अत्यंत शिक्षाप्रद और नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण पुस्तक है, जो मनुष्य को यह समझाने का प्रयास करती है कि उसके कर्म ही उसके भविष्य और भाग्य का निर्धारण करते हैं।
मुख्य विचार:
जैसे बीज बोया जाता है, उसी के अनुसार फल प्राप्त होता है — यह प्रकृति का अटल नियम है। इसी सिद्धांत को जीवन के हर पहलू पर लागू करते हुए पुस्तक में यह बताया गया है कि:
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यदि हम अच्छे विचार, अच्छे कर्म और सच्चे आचरण को अपनाते हैं तो उसका फल भी उत्तम ही होगा।
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और यदि हमारे कर्म बुरे, स्वार्थपूर्ण या अधार्मिक होंगे, तो उसका परिणाम भी कष्टप्रद होगा।
📚 मुख्य विषयवस्तु:
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सत्कर्म और दुष्कर्म का प्रभाव
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जीवन में अच्छे संस्कारों की आवश्यकता
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धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से कर्मफल सिद्धांत
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उदाहरणों, कथाओं और शास्त्रीय प्रमाणों द्वारा समझाया गया संदेश
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समाज, परिवार और आत्मा के हित में कर्म करने की प्रेरणा
👨👩👧👦 उपयोगी पाठक वर्ग:
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विद्यार्थी, युवक-युवतियाँ
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अभिभावक, शिक्षक
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जो धर्म, नैतिकता और आत्मविकास में रुचि रखते हैं
यह पुस्तक न केवल जीवन को सही दिशा देती है, बल्कि कर्तव्यबोध और आत्मशुद्धि की प्रेरणा भी प्रदान करती है।
Additional information
Weight | 0.3 g |
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