जीवन में नया प्रकाश/ Jeevan me Naya Prakash

45.00

मनुष्य-जीवन शुद्ध अर्थों में मनुष्य ही बनने के लिये है। डॉ. रामचरण महेन्द्र के द्वारा प्रणीत यह पुस्तक जीवन में नवीन चेतना का सञ्चार करने वाली आशावादी विचारों का अनुपम कोश है। इस में आप अमृत-संतान हैं, आशा की जीवन ज्योति, एक रहस्य की बात, व्यवहार का उपहार, हमने मौत को टाला है आदि 42 निबन्धों का सुन्दर संकलन है।

Description

मनुष्य-जीवन शुद्ध अर्थों में मनुष्य ही बनने के लिये है। डॉ. रामचरण महेन्द्र के द्वारा प्रणीत यह पुस्तक जीवन में नवीन चेतना का सञ्चार करने वाली आशावादी विचारों का अनुपम कोश है। इस में आप अमृत-संतान हैं, आशा की जीवन ज्योति, एक रहस्य की बात, व्यवहार का उपहार, हमने मौत को टाला है आदि 42 निबन्धों का सुन्दर संकलन है।

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