Description
गोपाल कवि और उनकी वृंदावन धामनुरागावली
इस ग्रन्थ में कवि ने बृहद वृन्दावन धामनुरागावली सतहत्तर अध्यायों और लघु वृन्दावन धामनुरागावली के चालीस अध्यायों को लगभग दस अध्यायों में ही समाविष्ट क्र लिया हैं प्रस्तुत प्रकाशन में बृहद और लघु दोनों ही सयुक्त रूप से प्रकाशित हैं
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