Description
प्रातः स्मरणीय परमपूज्य ‘भाईजी ‘ श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार का लोकपावन कार्य अनुपमेय है | भगवान राधाकृष्ण ने उनके शरीरके माध्यमसे जो कार्य किये -कराये वह जगतके लिए अशेष मंगलकारी है भगवान के विविध स्वरूपों के साक्षात्कार, वार्त्तालाप से इंगित उनकी लेखनी, वाणी सतत क्रियाशील रही | भगवान की दिव्य लीलाओंका दर्शन और उनमे सम्मलित होनेका सुदुलर्भ सौभाग्य उन्हें प्राप्त था |
Additional information
Weight | 0.3 kg |
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