Description
संकटमोचक , कष्टनिवारक , भक्ति – मुक्ति प्रदायक सुन्दरकाण्ड किष्किन्धा काण्ड श्री हनुमान चालीसा संकट मोचन हनुमानाष्टक श्री हनुमान जी की आरती श्री राम – स्तुति एवं श्री रामायण जी की आरती सहित सुन्दरकाण्ड का नियमित पाठ ऊपरी बाधाओं , ग्रह – पीड़ाओं एवं सभी संतापों का हरण करने वाला है तथा आपको हर प्रकार का वैभव , यश , मान –
अरण्य काण्ड, किष्किन्धा काण्ड, और सुन्दर काण्ड वाल्मीकि रामायण के प्रमुख काण्ड (अध्याय) हैं, जो भगवान राम की जीवन यात्रा और लंका पर विजय की कथा को विस्तार से प्रस्तुत करते हैं। इन काण्डों में भगवान राम के विभिन्न कृत्यों, संघर्षों, और विजय की कहानियों को दर्शाया गया है।
अरण्य काण्ड
अरण्य काण्ड रामायण का तीसरा काण्ड है और इसमें राम, सीता, और लक्ष्मण के वनवास के तीसरे वर्ष का विवरण है।
- वनवास की यात्रा:
- राम, सीता, और लक्ष्मण पंचवटी में निवास करते हैं।
- शूर्पणखा की घटना:
- राक्षसी शूर्पणखा राम से विवाह का प्रस्ताव रखती है, जिसे राम अस्वीकार कर देते हैं। लक्ष्मण शूर्पणखा की नाक काट देते हैं।
- मारीच का वध:
- रावण, मारीच को सोने के हिरण का रूप धारण करने के लिए कहता है। राम मारीच का वध करते हैं।
- सीता हरण:
- रावण सीता का हरण कर उन्हें लंका ले जाता है।
- जटायु वध:
- जटायु रावण को रोकने की कोशिश करता है, लेकिन रावण उसे घायल कर देता है। राम जटायु से सीता के अपहरण का विवरण जानकर आगे की यात्रा करते हैं।
किष्किन्धा काण्ड
किष्किन्धा काण्ड रामायण का चौथा काण्ड है और इसमें हनुमान, सुग्रीव और बाली की कहानी मुख्य रूप से वर्णित है।
- सुग्रीव से मित्रता:
- राम और लक्ष्मण किष्किन्धा पहुंचते हैं और सुग्रीव से मित्रता करते हैं।
- बालि वध:
- राम, सुग्रीव की सहायता से बालि का वध करते हैं और सुग्रीव को किष्किन्धा का राजा बनाते हैं।
- सीता की खोज:
- हनुमान और वानर सेना सीता की खोज में चारों दिशाओं में जाते हैं।
सुन्दर काण्ड
सुन्दर काण्ड रामायण का पाँचवां काण्ड है और इसमें हनुमान की अद्भुत वीरता और लंका की यात्रा का वर्णन है।
- हनुमान की लंका यात्रा:
- हनुमान समुद्र पार कर लंका पहुंचते हैं और अशोक वाटिका में सीता को खोजते हैं।
- हनुमान का सीता से मिलन:
- हनुमान सीता को राम की अंगूठी देते हैं और उनकी स्थिति का पता लगाते हैं।
- लंका में हनुमान का उत्पात:
- हनुमान लंका में राक्षसों से युद्ध करते हैं, अशोक वाटिका को नष्ट करते हैं, और रावण के दरबार में आग लगा देते हैं।
- लौटने का संदेश:
- हनुमान वापस राम के पास लौटते हैं और सीता का संदेश देते हैं।
इन काण्डों का महत्व
- अरण्य काण्ड में राम के धैर्य और संघर्ष की कथा है, जो धर्म और अधर्म के बीच के संघर्ष को दर्शाती है।
- किष्किन्धा काण्ड में मित्रता, विश्वास, और संकल्प की महत्ता बताई गई है।
- सुन्दर काण्ड में हनुमान की भक्ति, साहस और बुद्धिमत्ता का वर्णन है, जो हर भक्त के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
रामायण के ये तीन काण्ड न केवल भगवान राम के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं का वर्णन करते हैं, बल्कि मानवता, धर्म, और नैतिकता की शिक्षा भी देते हैं। इन कथाओं के माध्यम से व्यक्ति को जीवन के कठिनाइयों का सामना करने और सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है।
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