आस्तिकता की आधार-शिलाएँ/ Aastikta ki aadhar shilayen

75.00

“आस्तिकता की आधार-शिलाएँ श्रद्धेय श्री राधा बाबा द्वारा रचित एक अत्यंत प्रेरणादायक और आध्यात्मिक ग्रंथ है, जिसमें आस्तिक जीवन के मूलभूत सिद्धांतों का गहन विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक उन साधकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो भक्ति, आत्मचिंतन और नैतिक मूल्यों के आधार पर जीवन को समृद्ध बनाना चाहते हैं।



🌿 विषयवस्तु एवं विशेषताएँ:

इस ग्रंथ में श्री राधा बाबा ने आस्तिकता के विभिन्न पहलुओं को सरल और प्रभावशाली भाषा में प्रस्तुत किया है। पुस्तक में निम्नलिखित विषयों पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया है:

  • भक्ति और श्रद्धा: ईश्वर में अटूट विश्वास और समर्पण की भावना।

  • नैतिक मूल्य: सत्य, अहिंसा, करुणा और संयम जैसे गुणों का महत्व।

  • आत्मचिंतन: स्वयं के भीतर झांकने और आत्मा की शुद्धता की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा।

  • संतों का संग: सज्जनों और संतों के संगति का महत्व और उससे प्राप्त होने वाले लाभ।

पुस्तक में “व्रजलीला में गाय” नामक एक अन्य रचना भी समाहित है, जो व्रजभूमि की लीलाओं और गायों के प्रति प्रेम को दर्शाती है।


📚 पुस्तक का महत्व:

“आस्तिकता की आधार-शिलाएँ” केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि यह एक जीवनदर्शन है जो पाठकों को आध्यात्मिक उन्नति की ओर प्रेरित करता है। यह पुस्तक उन सभी के लिए उपयोगी है जो जीवन में शांति, संतोष और ईश्वर के प्रति समर्पण की भावना को विकसित करना चाहते हैं।

Description

“आस्तिकता की आधार-शिलाएँ श्रद्धेय श्री राधा बाबा द्वारा रचित एक अत्यंत प्रेरणादायक और आध्यात्मिक ग्रंथ है, जिसमें आस्तिक जीवन के मूलभूत सिद्धांतों का गहन विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक उन साधकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो भक्ति, आत्मचिंतन और नैतिक मूल्यों के आधार पर जीवन को समृद्ध बनाना चाहते हैं।



🌿 विषयवस्तु एवं विशेषताएँ:

इस ग्रंथ में श्री राधा बाबा ने आस्तिकता के विभिन्न पहलुओं को सरल और प्रभावशाली भाषा में प्रस्तुत किया है। पुस्तक में निम्नलिखित विषयों पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया है:

  • भक्ति और श्रद्धा: ईश्वर में अटूट विश्वास और समर्पण की भावना।

  • नैतिक मूल्य: सत्य, अहिंसा, करुणा और संयम जैसे गुणों का महत्व।

  • आत्मचिंतन: स्वयं के भीतर झांकने और आत्मा की शुद्धता की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा।

  • संतों का संग: सज्जनों और संतों के संगति का महत्व और उससे प्राप्त होने वाले लाभ।

पुस्तक में “व्रजलीला में गाय” नामक एक अन्य रचना भी समाहित है, जो व्रजभूमि की लीलाओं और गायों के प्रति प्रेम को दर्शाती है।


📚 पुस्तक का महत्व:

“आस्तिकता की आधार-शिलाएँ” केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि यह एक जीवनदर्शन है जो पाठकों को आध्यात्मिक उन्नति की ओर प्रेरित करता है। यह पुस्तक उन सभी के लिए उपयोगी है जो जीवन में शांति, संतोष और ईश्वर के प्रति समर्पण की भावना को विकसित करना चाहते हैं।

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