ब्रज भक्ति के 64 अंग/ Braj Bhakti ke 64 Anga

130.00

ब्रज के सभी रसिक संतों के मत अनुसार बृज वृन्दावन का आनंद सभी दिव्य क्षेत्रों में सर्वोच्च है। इस रसोपासना रूपी भक्ति में मूलतः रस की ही उपासना है । इस पुस्तक के ज़रिए रसिकों द्वारा स्थापित रस मार्ग और ब्रज धाम के विभिन्न स्थानों की भव्यता को प्रकाशित करने का एक थोड़ा सा प्रयास है ।

Description

ब्रज के सभी रसिक संतों के मत अनुसार बृज वृन्दावन का आनंद सभी दिव्य क्षेत्रों में सर्वोच्च है। इस रसोपासना रूपी भक्ति में मूलतः रस की ही उपासना है । इस पुस्तक के ज़रिए रसिकों द्वारा स्थापित रस मार्ग और ब्रज धाम के विभिन्न स्थानों की भव्यता को प्रकाशित करने का एक थोड़ा सा प्रयास है ।

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