भक्त-सौरभ/ Bhakt -Saurabh

35.00

भक्त-सौरभ” गीताप्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित संक्षिप्त भक्त-चरित-माला श्रृंखला की ग्यारहवीं कड़ी है, जिसमें भारतीय भक्त परंपरा के दिव्य और प्रेरणादायक चरित्रों को सुंदरता, सरसता और श्रद्धा के साथ प्रस्तुत किया गया है।

इस पुस्तक का नाम “सौरभ” अर्थात “सुगंध” का प्रतीक है। जैसे फूलों की सौरभ चारों ओर वातावरण को महकाती है, वैसे ही इन भक्तों की जीवन-गाथाएँ समाज को भक्ति, सेवा और सदाचार की सुगंध से भर देती हैं।


🌼 मुख्य विशेषताएँ:

  1. प्रेरणादायक भक्त चरित्रों का संग्रह:
    इस पुस्तक में भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, और अन्य अवतारों तथा संतों के प्रति अत्यंत प्रेम और भक्ति रखने वाले भक्तों के जीवन वर्णित हैं। जैसे—

    • शबरी

    • गीधराज जटायु

    • निषादराज

    • हनुमानजी

    • धन्ना भगत

    • सुदामा

    • प्रह्लाद

    • और अन्य भक्त

  2. सादगी और समर्पण की मिसाल:
    इनमें से कई भक्त निर्धन, पिछड़े, या समाज द्वारा उपेक्षित थे, लेकिन उन्होंने अपने निष्कलंक प्रेम, सेवा और भक्ति से ईश्वर को प्रसन्न कर लिया। यह संदेश देता है कि ईश्वर को पाने के लिए बाह्य वैभव नहीं, अंतर का पवित्र भाव चाहिए।

  3. सुगम भाषा व शैली:
    यह पुस्तक सरल और प्रवाहपूर्ण हिंदी में लिखी गई है, जिससे छोटे बच्चे, विद्यार्थी, गृहिणी या वरिष्ठ नागरिक भी सरलता से समझ सकें और इसका लाभ ले सकें।

  4. चित्रों से सज्जित:
    हर चरित्र को रोचक व रंगीन चित्रों के माध्यम से जीवंत किया गया है, जिससे पढ़ने का अनुभव और भी रोचक बनता है।

  5. संस्कारात्मक शिक्षा:
    यह केवल मनोरंजन या ज्ञान की दृष्टि से नहीं, बल्कि जीवन में नैतिकता, श्रद्धा, सेवा, विनम्रता और ईश्वर भक्ति जैसे गुणों को जागृत करने के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।


🙏 पुस्तक का उद्देश्य:

गीताप्रेस का उद्देश्य केवल पुस्तक प्रकाशन नहीं, बल्कि “व्यासपीठ से लोक-कल्याण” का भाव है। भक्त-सौरभ जैसी पुस्तकें समाज में आध्यात्मिक चेतना जगाने, भक्ति की भावना को गहन करने, और विशेष रूप से युवाओं को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का काम करती हैं।


पाठकों के लिए विशेष सन्देश:

यदि आप या आपके परिवार के सदस्य उन भक्तों की कहानियाँ पढ़ना चाहते हैं जिनका जीवन त्याग, सेवा और सच्ची भक्ति से परिपूर्ण था, तो “भक्त-सौरभ” अवश्य पढ़ें। इसमें न केवल धार्मिक ज्ञान है, बल्कि व्यवहारिक जीवन के लिए भी मार्गदर्शन है।

Description

भक्त-सौरभ” गीताप्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित संक्षिप्त भक्त-चरित-माला श्रृंखला की ग्यारहवीं कड़ी है, जिसमें भारतीय भक्त परंपरा के दिव्य और प्रेरणादायक चरित्रों को सुंदरता, सरसता और श्रद्धा के साथ प्रस्तुत किया गया है।

इस पुस्तक का नाम “सौरभ” अर्थात “सुगंध” का प्रतीक है। जैसे फूलों की सौरभ चारों ओर वातावरण को महकाती है, वैसे ही इन भक्तों की जीवन-गाथाएँ समाज को भक्ति, सेवा और सदाचार की सुगंध से भर देती हैं।


🌼 मुख्य विशेषताएँ:

  1. प्रेरणादायक भक्त चरित्रों का संग्रह:
    इस पुस्तक में भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, और अन्य अवतारों तथा संतों के प्रति अत्यंत प्रेम और भक्ति रखने वाले भक्तों के जीवन वर्णित हैं। जैसे—

    • शबरी

    • गीधराज जटायु

    • निषादराज

    • हनुमानजी

    • धन्ना भगत

    • सुदामा

    • प्रह्लाद

    • और अन्य भक्त

  2. सादगी और समर्पण की मिसाल:
    इनमें से कई भक्त निर्धन, पिछड़े, या समाज द्वारा उपेक्षित थे, लेकिन उन्होंने अपने निष्कलंक प्रेम, सेवा और भक्ति से ईश्वर को प्रसन्न कर लिया। यह संदेश देता है कि ईश्वर को पाने के लिए बाह्य वैभव नहीं, अंतर का पवित्र भाव चाहिए।

  3. सुगम भाषा व शैली:
    यह पुस्तक सरल और प्रवाहपूर्ण हिंदी में लिखी गई है, जिससे छोटे बच्चे, विद्यार्थी, गृहिणी या वरिष्ठ नागरिक भी सरलता से समझ सकें और इसका लाभ ले सकें।

  4. चित्रों से सज्जित:
    हर चरित्र को रोचक व रंगीन चित्रों के माध्यम से जीवंत किया गया है, जिससे पढ़ने का अनुभव और भी रोचक बनता है।

  5. संस्कारात्मक शिक्षा:
    यह केवल मनोरंजन या ज्ञान की दृष्टि से नहीं, बल्कि जीवन में नैतिकता, श्रद्धा, सेवा, विनम्रता और ईश्वर भक्ति जैसे गुणों को जागृत करने के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।


🙏 पुस्तक का उद्देश्य:

गीताप्रेस का उद्देश्य केवल पुस्तक प्रकाशन नहीं, बल्कि “व्यासपीठ से लोक-कल्याण” का भाव है। भक्त-सौरभ जैसी पुस्तकें समाज में आध्यात्मिक चेतना जगाने, भक्ति की भावना को गहन करने, और विशेष रूप से युवाओं को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का काम करती हैं।


पाठकों के लिए विशेष सन्देश:

यदि आप या आपके परिवार के सदस्य उन भक्तों की कहानियाँ पढ़ना चाहते हैं जिनका जीवन त्याग, सेवा और सच्ची भक्ति से परिपूर्ण था, तो “भक्त-सौरभ” अवश्य पढ़ें। इसमें न केवल धार्मिक ज्ञान है, बल्कि व्यवहारिक जीवन के लिए भी मार्गदर्शन है।

Additional information

Weight 0.3 g

1 review for भक्त-सौरभ/ Bhakt -Saurabh

  1. Code of your destiny

    I am really inspired together with your writing skills as well as with the format to your blog. Is this a paid subject or did you customize it your self? Either way keep up the excellent quality writing, it’s uncommon to see a great weblog like this one these days!

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