श्री नारायणकवच/ Shree Narayan Kavach

20.00

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Description

श्री नारायण कवच (श्री नारायण कच) नारायण कवच भगवद पुराण के छठे स्कंद के आठवें अध्याय में आता है। यह हमारे देखे और अनदेखे दुश्मनों से खुद को बचाने के लिए एक कवच है। नारायण कवच एक बहुत ही संक्षिप्त स्तोत्र है जिसमें केवल 24 श्लोक हैं। इसे दिन में एक बार पढ़ना है। मुश्किल से 10 मिनट लगते हैं। सबसे पहले हमें अपने शरीर के सभी अंगों पर भगवान विष्णु को लगाना है। इस प्रक्रिया को अंग-न्यास और कर-न्यास कहा जाता है। एक बहुत ही सरल तकनीक, जो गुरु से सीखी जा सकती है। इसके बाद नारायण कवच है।